Aazhimala Shiva Temple – आज्हिमाला शिव मंदिर
Aazhimala Shiva Temple – शिवकी विशाल प्रतिमा
भारत में बहुत सारे भव्य और प्राचीन मंदिर हैं, जो अपनी अनोखी बनावट और भव्यताके लिए काफी प्रसिद्ध है। इन्हीं में से एक है केरल में आज्हिमाला शिव मंदिर, जो अपनी भव्यता और शांत वातावरण के लिए मशहूर है। केरल का आहिमाला शिव मंदिर समुद्र के किनारे बना है। इस मंदिर में भगवान शिव की विशाल प्रतिमाको स्थापित किया गया है, जो 58 फुट ऊंची है।
समुद्र के किनारे होने की वजह से भगवान शिवकी प्रतिमा को बनाने के लिए सीमेंट और विशेष केमिकल डाले गये हैं ताकि खारे पानी से इसे कोई नुकसान न पहुंचे। यह मंदिर श्रद्धालुओं को काफी आकर्षित करता है, इसलिए लोग दूर-दूर से भगवान शिवकी विशाल प्रतिमाको देखने यहां आते हैं।
खास बात हैं कि शिवकी येप्रतिमा अन्य प्रतिमाओं सें काफी अलग है। आहिमाला शिव मंदिर तिरुवनंतपुरम जिले में विजिनजम पूर्व मार्ग पर स्थित है।
थंपनूर से 20 किमी और कोवलम से 7 किमी दूरी पर स्थित है। मंदिर में आने के बाद लोग शिव की विशाल प्रतिमा की तस्वीर अवश्य लेते हैं। यही नहीं आसपास मौजूद प्राकृतिक नजारे लोगों का दिल जीतने के लिए काफी हैं।
मंदिर का इतिहास आठवीं शताब्दी का है और कहा जाता है कि इसका निर्माण पांड्या राजवंश के दौरान हुआ था। यह भी माना जाता है कि मंदिर कभी शैव धर्मका एक प्रमुख केंद्र था, जो हिंदू धर्म का एक संप्रदाय है जो भगवान शिवको सर्वोच्च देवता के रूप में पूजता है। मंदिर की स्थापत्य शैली द्रविड़ और केरल शैलियों का मिश्रण है।
इसमें जटिल नक्काशी और मूर्तियां हैं जो उस युग के कारीगरों की शिल्प कौशल का प्रमाण हैं। मंदिर का गर्भगृह, गोपुरम और मंडप कलात्मक नक्काशी और शिल्प से सजाये गये हैं। यह मंदिर भगवान शिवको समर्पित है और हिन्दुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल माना जाता है। मंदिर का गर्भगृह हिन्दू पौराणिक कथाओं के दृश्यों को दर्शाती सुंदर नक्काशी और चित्रों से सुसज्जित है।
मंदिर के आस पास का वातावरण शांत और पवित्र है। यहां आ कर मन को शांति मिलती है। यहां कई तरह के त्योहार और उत्सव मनाये जाते हैं, जिनमें महाशिवरात्रि, ओणम और विष्णुका वामन अवतार प्रमुख हैं। त्योहार के दौरान मंदिर को रोशनी और रंगीन रंगोलोसे सजाया जाता है। और भक्त मंदिर में प्रार्थना करने और भगवान से आशीर्वाद लेने के लिए
आते हैं। दूर-दूर सें इस मंदिर को देखने आते हैं।